लेखनी प्रतियोगिता -30-Dec-2022 अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार
शीर्षक-अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार
विषय- फर्ज
दस दिसंबर आया,
मानव अधिकार दिवस लाया,
सभी ने मिलकर मानव अधिकार दिवस मनाया।
मानव अधिकार की श्रंखला है सर्वोच्च,
मानव अधिकार बने सार्वभौमिक,
राष्ट्रीय लिंग, जातीय, मूल, रंग ,धर्म,
इन सभी कारणों से ना हो भेदभाव।
ऋग्वेद में मानव का भाव दर्शाया,
सर्वे भवंतू सुखिनः कहलाया,
भारतीय संस्कृति में मानव अधिकार बताया।
अतिथि देवो भवः सभ्यता,
हमारे भारत में है पाया,
भारत माता का हमेशा मान बढ़ाया।
व्यवहारिक दृष्टि से हम बताते,
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अपनाया,
अंतर्राष्ट्रीय शांति के लिए बनाया।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने कहा,
10 दिसंबर 1948 मानव अधिकार बनाया,
सार्वभौमिक रूप से की इसकी घोषणा।
मौलिक अधिकार व कर्तव्य का हुआ निर्माण,
नियमों का करो सब मिलकर पालन,
ना करें नियमों की अवहेलना मानव।
समानता स्वतंत्रता का हो अधिकार,
शिक्षा मिले सबको सम्मान,
शोषण के विरुद्ध उठे आवाज।
यौन उत्पीड़न बलात्कार,
आज करें जो मानव,
मिले उसे सजा सरेआम।
ऐसा भी बनी मानव अधिकार,
करता जो अन्याय मानव,
तुरंत मिले सजा का फरमान।
पीड़ित को मिले इंसाफ,
ऐसा बने नया मानव अधिकार,
हर मानव करें इसका पालन।
मानव अधिकार को निभाना हमारा फर्ज,
अधिकारों का करें सही अनुसरण,
सही नियमों का चुने पथ।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा
Shashank मणि Yadava 'सनम'
28-Jun-2023 06:32 AM
बहुत ही खूबसूरत वर्णन
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Anam
31-Dec-2022 08:10 AM
सुन्दर सृजन
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Haaya meer
30-Dec-2022 07:24 PM
👌👌
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